इस दुनिया में दुखी मन को कैसे खुश रखे (man ko kese khush rakhe)

Anup Dubey

इस दुनिया में दुखी मन को कैसे खुश रखे


मन को खुश कैसे रखें ? कई बार जीवन में हम खुद से यह सवाल करते हैं और ऐसे नए नए तरीके आजमाते हैं जिससे अपने मन को खुश कर सकें लेकिन कुछ समय बाद हमें निराशा ही हाथ लगती है इसका सबसे बड़ा कारण हे हम अपनी खुशी को किसी व्यक्ति या वस्तु में तलाशते रहते हैं इसका कारण यह होता है कि वह चीजें हमें कुछ समय के लिए तो ख़ुशी देती है लेकिन बाद में निराश कर देती है और हम फिर से दुखी होने लगते हैं  

जीवन में खुश कैसे रहना चाहिए

असल मन खुशी तो हमारे खुद के अंदर ही छुपी होती है जिसे हम बाहर तलाश करते रहते हैं पर यह बात कहना जीतनी आसान लगती है असल में इसको जान पाना उतना आसन नहीं है आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें अपने मन के अंदर झांक कर देखने का समय ही किसके पास है हमारा जीवन या तो किसी के मन को खुश करने में या किसी से लड़ाई झगड़ा करने में गुजर जाता है 

कोई अपनी मंजिल को पाना चाहता है और उसे पाकर भी मन खुश नहीं है तो  कोई अपनी मंजिल पर ना पहुंच कर दुखी है 
कोई पैसे के पीछे भाग रहा है और उसे लगता है पैसा मिलने पर मन खुश हो जाएगा और कोई खूब सारा पैसा होने के बावजूद भी हमेशा दुखी देखे जाते हैं

कोई प्यार के लिए परेशान है और कोई प्यार से परेशान है जिसकी शादी हो गई वह भी दुखी है जिसकी शादी नहीं हो रही वह भी दुखी है तो ऐसा क्या हिया हमें असली ख़ुशी दे जिसे पाकर  हम फिर से दुखी न हो


मन को कैसे खुश रखे

प्रॉब्लम यह नहीं है कि हम किसी चीज को लेकर कितने दुखी हैं या कितने खुश हैं प्रॉब्लम जब शुरू होती है जब किसी चीज को हम जरूरत से ज्यादा अहमियत देने लगते हैं हमें यह बात समझना होगा कि जिंदगी में हमें कभी भी ऐसा समय नहीं आएगा जब हमारे सामने कोई परेशानी नहीं होगी 

खुश रहने का मूल मंत्र क्या है

यह बात आपको जानना जरूरी है कि आप कैसे अपने मन को दुखी होने से बचा सकते हैं ऐसा क्या करें जिससे आप अपने  मन को कैसे खुश रखें
आपकी अपनी जिंदगी में होने वाली घटनाओं को इतनी ज्यादा है अहमियत मत दे क्योंकि जो बात आपको आज बड़ी लग रही है वह कल आपको छोटी लगेगी 

अकेले खुश रहने का तरीका

आपको शायद याद भी नहीं होगा कि बचपन में जो बातें आपके लिए बहुत अहमियत रखती थी आज वो आपको याद तक नहीं कुछ ऐसी बातें जिसे आप कुछ समय पहले बहुत अहमियत देते थे आज वह आपको याद भी नहीं है 
क्या आपके जीवन में कुछ इसे लोग आये है जिनसे पहले आप कभी नफरत किया करते थे आज वह आपके सामने नहीं आते तो आपको वो याद तक नहीं 
और कुछ इसे लोग जिन्हें आप दिल से चाहते थे आज आपके पास होने पर पर भी आपको उनकी अहमियत नहीं होती तो हमारे कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि आप किसी भी चीज को इतना ज्यादा वैल्यू ना दें जिंदगी को हल्का-फुल्का जीना शुरू करें

मन को शांत कैसे करे 

आप हमारा पोस्ट पढ़ रहे हैं कि कुछ ऐसी जादुई टेक्निक मिल जाए जिससे आप कभी परेशान ना रह सके पर यह बात आपको जानना जरूरी है की परेशानी को दूर करने का यही एक तरीका है कि परेशानी को परेशानी ना 

समझ कर एक ऐसी घटना समझे जो जल्दी ही खत्म हो जाएगी और आप हर बार की तरह इसे भी भूल जाएंगे तो इतना ज्यादा दुखी होने की जरूरत नहीं है यह एक दुख है जो जिंदगी भर मेरे साथ नहीं रहेगा तो इसके लिए मुझे इतना ज्यादा दुखी होने की जरूरत नहीं है

तो आप देखेंगे कि धीरे-धीरे आप इसे अपनी आदत बना देंगे और कुछ समय बाद आपको ऐसा बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी आपका मन खुद ही चीजों को एक्सेप्ट करना शुरू कर देगा

देखिए जिंदगी में परेशानी आती रहेगी बात इस पर निर्भर करती है कि आप पर वह कितना असर डालती है आप परेशानियों को नहीं रोक सकते लेकिन उससे होने वाली मानसिक परेशानी को आप जरूर रोक सकते हैं 

एक व्यक्ति को खुश और व्यस्त कौन रखता है

जीवन में खाली बैठना मन के दुखी होने का सबसे बड़ा कारण है अपने मन को ऐसी चीजों में व्यस्त करें जो आपको ज्यादा नहीं तो थोड़ी बहुत ही खुशी देता है आप हम से पूछेंगे कि मैं ऐसा क्या करूं जिससे खुश रहो तो इसका जवाब सबके लिए अलग निर्भर करता है 

इंसान खुश कैसे रह सकता है

किसी को अपने दोस्तों के साथ रहने में खुशी होती है तो किसी को अपनी फैमिली के साथ रहने में खुशी होती है किसी को घूमना पसंद है तो किसी को खाने से खुशी मिलती है किसी को शॉपिंग से खुशी मिलती है तो किसी को दूसरों को खुश करने में खुशी मिलती है तो सबके लिए खुशी के मायने अलग अलग है निर्भर करता है कि आप किस तरह का व्यक्तित्व रखते हैं

खुश रहने का सबसे आसान तरीका

जीवन में अगर आपको ऐसा लगता है कि कोई भी चीज ऐसी नहीं है जो आपको खुश कर पाए तो आप दूसरों में अपनी खुशी ढूंढना शुरू कर दीजिए दूसरे को खुश करने के लिए कोई मौका ना छोड़े और आप देखेंगे उनकी खुशी में आपको अपनी खुशी नजर आएगी



मन को कैसे शांत करें

अक्सर हम यह मान बैठते हैं कि खुश रहना तो कोई रॉकेट साइंस है इसके लिए हमें बहुत बड़ा कुछ करना होगा और जब वह हो जाएगा तभी हमें बहुत बड़ी खुशी मिलेगी मेरी बात मने ऐसा कुछ भी नहीं होगा

कोई भी बड़ी खुशी आपको एक छोटे से पल के लिए ही होगी और फिर आप वापस इस स्थिति में आ जाएंगे तो  कुछ बहुत बड़ा होने की उम्मीद ना रखें छोटी छोटी चीजों में ढेर सारी खुशियां ढूंढना चालू करें एक बहुत बड़ी खुशी से अच्छा है हजारों छोटी छोटी खुशियां जो आपको निराश होने का समय ही नहीं देगी

मन को कैसे जीते

देखिये मन बहुत ही चालक चीज है इसे जरा बेवकूफ बनाना शुरू कीजिए इससे पहले कि यह आपको परेशान करे आप इसे बेवकूफ बनाकर दूसरी चीजों में उलझा दीजिए याद रखिए आप इसको जितना उलझाने की कोशिश करेंगे 

आपका मन भी पूरी कोशिश करेगा आपको परेशान करने की लेकिन आपको हार नहीं माननी है आपको अड़े रहना है और आप देखेंगे कि कैसे आपका मन खुद ही थक कर शांत बैठ जाएगा और जब आप ऐसा कर पाएंगे तब अपने मन को जीत पाएंगे

जिसने अपने मन को जीत लिया वह संसार में कुछ भी जीत सकता है और उसे आगे बढ़ने से कोई भी नहीं सकता क्योंकि जिसका अपने मन पर कंट्रोल होता है उसे संसार की कोई भी छोटी मोटी चीजें भटका नहीं पाती
खुद में गलतियां ढूंढना बंद करें

जब भी हम दुखी होते हैं तो उसकी वजह हम खुद को समझने लगते हैं और चलो माना अगर आपसे कोई गलती हो गई तो आप भगवान तो नहीं कि आप से कोई गलती ना हो तो क्यों इतना खुद को दुखी करना 

गलतियां करना उनसे सीखना यही तो इंसान ही नेचर है ऐसा ही करके तो हम आज यहां तक पहुंचे हैं कोई भी परफेक्ट नहीं है गलतियां करने में कोई बुराई नहीं लेकिन उन गलतियों से सीखी और जीवन में आगे  बड़े

परिवार को कैसे खुश रखे

दूसरों को माफ करना सीखे क्या किसी को माफ करना इतना मैं मुश्किल है क्या कोई बात, कोई वजह, कोई गलतफहमी, उस व्यक्ति को खोने से ज्यादा अहमियत रखती है

जीवन में क्या बात ज्यादा मायने रखती है वह व्यक्ति या या उससे हुई गलती यह फैसला आपको करना होगा अक्सर हम छोटी-छोटी बातों को इतनी बड़ी दूरियां बना लेते हैं और हम उस व्यक्ति को ना चाहते हुए भी खो बैठते हैं  

आप उस व्यक्ति से बात करें क्यूकी बात करने से ही समस्या का हल निकलता है जिसकी भी गलती हो माफ करना सीखो 

अपने आप को कैसे खुश रखे

अक्सर हम दूसरों से यह चाहते हैं कि वह हमें खुश करें और वह अगर ऐसा करने में असमर्थ होता है तो हम उसे दोषी मान लेते हैं और सामने वाले 

व्यक्ति को तो दुखी करते हैं साथ खुद भी दुखी होते हैं अब यह बात समझना जरूरी है क्या हम दूसरों से जो उम्मीद रखते हैं क्या खुद भी करते हैं क्या हम अपने मन को खुश करने के लिए कुछ करते हैं

दिन भर खुश रहने का तरीका

जब हम दुखी हो जाते हैं तो हर वह काम छोड़ देते हैं जो हमें पसंद है जिससे हम और ज्यादा दुखी होने लगता है जब भी आप दुखी हो तो आपके मन को खुश करें अपना मनपसंद संगीत सुनें अपनी पसंद की फिल्में देखें अपने मनपसंद का कुछ पढ़ें

खुद भी अपने मन को खुश करने की कोशिश करें हमेशा दूसरों से ही खुशी पाने की इच्छा ना रखें कोई भी ऐसी चीज जो आपको खुशी देती है उससे दूर ना भागे

मन को शान रखे 

मन के साथ अपने शरीर को भी समय दे नियमित व्यायाम के साथ भगवान का धियान कीजिए इसके लिए आपको दो-तीन घंटे देने की आवश्यकता नहीं आप आधा घंटा व्याम करेंगे तो यह आपको शारीरिक और मानसिक  दोनों तरह से स्वस्थ रखेगा
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