कोरोना की लड़ाई में गिलोय वटी सबसे आगे | giloy vati ke fayde in hindi

Anup Dubey
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गिलोय वटी का सेवन कैसे करे, कैसे इम्यूनिटी बढ़ाये 

giloy vati ke fayde in hindi : आपने गिलोय वटी  का नाम बहुत बार सुना होगा और गिलोय से होने वाले फायदो के बारे मे भी कुछ जानकारियां होगी ।
लेकिन क्या आप जानते है? गिलोय वटी का सेवन कैसे और कब करना चाहिए और हमें किन किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।

इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे जो गिलोय के सेवन करने से पहले आपको जानना जरुरी है।

                   

गिलोय वटी फायदे क्या है 


गिलोय एक आयुर्वेदिक दवा है। आयुर्वेद के ग्रंथों में गिलोय वटी की बहुत सारी फायदेमंद बातें समझाई गई है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल रसायन के तौर पर किया जाता है।

गिलोय मे पाए जाने वाले औषधीय गुणों के कारण इसे अमृत वटी के नाम से भी जाना जाता है।

गिलोय के डंडी और पत्तो को सुखा कर पिसने से पाउडर तैयार होता है लेकिन बाजार में गिलोय के कई तरीके प्रोडक्ट मिल जाते हैं। जिसमें पतंजलि भी शामिल है आप गिलोय को ऑनलाइन भी मंगवा कर सकते है

गिलोय एक बेल के रूप में ऊपर चढ़ती है और इसके पत्ते दिल के आकार के या किसी पान के पत्ते के समान दिखते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार गिलोय जिस पेड़ पर चढ़ती है। उस पेड़ के गुण उसके अंदर आ जाते हैं। लेकिन नीम पर चडी गिलोय और बिना साहरे के उगी गिलोय श्रेष्ठ मानी जाती है।

गिलोय का काढ़ा आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।और साथ ही कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने में भी फायदेमंद साबित हुआ है

क्या आप जानते है गिलोय को कैसे यूज़ करें, कब खाना चाहिए गिलोय को यूज करने से पहले इन सवालों का जवाब जानना भी उतना ही आवश्यक है।

गिलोय की तासीर कैसी है 


गिलोय का सेवन करने से पहले गिलोय की तासीर के बारे में जानना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद में गिलोय की तासीर को गरम बताया गया है।
इसलिए किसी भी मौसम में गिलोय का उयोग अच्छा नहीं माना जाता गर्म तासीर होने के कारण सर्दी जुकाम और बुखार में इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है

गिलोय के सेवन के तरीके 


गिलोय को बनाने की विधि में इसके तने, छाल और पत्तों का उपयोग किया जाता है। गिलोय को आयुर्वेदिक चिकित्सा एक प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण औषधि का स्थान मिला है। 

आपको गिलोय पाउडर, रस, या गोली के रूप में मिल जाता है।गिलोय का सेवन १ दिन में १ ग्राम ही करना चाहिए

गिलोय के पत्तों को चबा कर भी खाया जा सकता है। गिलोय को अन्य जड़ी बूटियों के साथ भी प्रयोग में लाया जाता है। और इसकी डंडी के छोटे-छोटे टुकड़े करके इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।

गिलोय प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद औषधि है। गिलोय में मौजूद औषधीय गुणों के कारण इसे छोटे से लेकर बड़े सभी तरह के रोगों में प्रयोग किया जाता है।

गिलोय में पाए जाने वाले तत्व के कारण यह आपके कई रोगों को ठीक करने में लाभदायक होता है। इसमें मौजूद कैल्शियम, जिंक, कॉपर, फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। गिलोय का सेवन आपको कई रोगों से बचाता है।

रोगों से लड़ने में गिलोय के फायदे और सेवन का सही तरीका  



सर्दी खांसी में गिलोय का फायदे 


अगर आप सर्दी खांसी से परेशान है। तो आपको गिलोय का सेवन जरूर करना चाहिए। गिलोय आपकी इम्यूनिटी को स्ट्रांग करता है। 

पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है


गिलोय आपके पेट से संबंधित कई प्रकार के रोगों को ठीक करता है।आपकी पाचन शक्ति को ठीक करता है। 
अगर आपके सीने में जलन, पेट में गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्या है तो ये आप गिलोय का इस्तमाल जरुर करे  

मोटापा कम करने लिए 


शरीर में बढ़े हुए मोटापे को कम करने के लिए भी गिलोय का सेवन किया जाता है। इसका सेवन करने के लिए आप इसमें नींबू का रस और एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर भी पी सकते हैं।
गिलोय एक्स्ट्रा फैट को कम करने में काफी कारगर साबित होता है।
 
(motapa kam karne ka tarika -जानने के लिए हमारे इस लेख को पढ़े ) 

आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है। 


अगर आपको आंखों से जुड़ी कोई समस्या है। आंखों में कमजोरी है। तो  आपको गिलोय और आंवला का सेवन करना चाहिए। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है।

कब्ज की समस्या में गिलोय के लाभ 


कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए आधा ग्राम गिलोय के पाउडर को आंवले के साथ नियमित रूप से लेने से कब्ज की समस्या दूर होती है।

बार बार बुखार का आना 


बरसात के मौसम में मच्छरों से होने वाले रोग जैसे डेंगू, मलेरिया और इससे से होने वाले बुखार में गिलोय का सेवन करना काफी लाभदायक साबित होता है।

अगर आपको बोहोत दिनों से बुखार है जो कम होने का नाम नहीं ले रहा तो इसमें गिलोय का उपयोग करना एक रामबन नुस्का हो सकता है बुखार में गिलोय का सेवन करने के लिए आपको इसका काढ़ा बना कर दिन में दो बार पीना चाहिए 

कान में दर्द में फायदे 


अगर आपके कान में दर्द रहता है तो गिलोय के पत्तों के रस को गरम करके इसकी दो बूंद कान में डालने से काफी राहत मिलती है

एनीमिया में गिलोय के काफी लाभ


गिलोय आपके शरीर में खून की कमी को दूर करता है गिलोय को घी या शहद के साथ मिला कर इसका सेवन करने से खून की कमी की समस्या में लाभ होता है।

हाथ पेरो में जलन 


क्या आपके हाथो पेरो में जलन रहती है। तो आप गिलोय के पत्तों को पिस कर इसका पेस्ट तैयार कर ले। और इसको सुबह शाम आपने हाथो पेरो पर लगाने से राहत मिलेगी।        

मानसीक तनाव में गिलोय के फायदे 


गिलोय एक एडाप्टोजेनिक हर्ब होने के कारन इसका अश्वगंधा और शतावरी के साथ से सेवन करने से मानसीक दबाव और चिंता में काफी फायदा होता है।

आयुर्वेद में गिलोय के नुकसान

*कुछ मामलों में गिलोय का नुकसान भी देखा गया है। अगर आपका
  ब्लड शुगर कम है तो गिलोय का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
*गर्भावस्था में गिलोय का सेवन ना करें।
*डायबिटीज (मधुमेह) गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए।
*छोटे बच्चों को चिकित्सक अनुसार गिलोय का सेवन चाहिए।

giloy ko kaise use kare : गिलोय कुछ और फायदे 


*खून में प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए भी गिलोय और किवी फ्रूट 
  काफी फायदेमंद होता है

( kiwi fruit benefits -को पढ सकते है ) 

*गिलोय हमारे शरीर को जवान बनाए रखता है।
*गिलोय को शेहद के साथ लेने से कफ की परेशानी में लाभ होता है।

नोट: गिलोय का सेवन करने से किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले।  
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